
अगर आप बाइक या कार चलाने का सपना देख रहे हैं और अब तक लाइसेंस नहीं बनवाया है, तो आपके लिए यह जानकारी बेहद काम की है। पहले के समय में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के नाम से ही लोग घबरा जाते थे, क्योंकि इसके लिए RTO ऑफिस के कई चक्कर लगाने पड़ते थे, लंबी लाइनों में लगना पड़ता था और कई बार पूरा दिन बर्बाद हो जाता था। लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। सरकार ने पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है, जिससे आप घर बैठे ही Learning License (लर्निंग लाइसेंस) के लिए आवेदन कर सकते हैं।
आज के इस लेख में हम आपको आसान, सरल और बिल्कुल देसी भाषा में बताएंगे कि लर्निंग लाइसेंस क्या होता है, क्यों जरूरी है, कौन बनवा सकता है और इसे घर बैठे ऑनलाइन कैसे अप्लाई किया जा सकता है। अगर आप पहली बार लाइसेंस बनवाने जा रहे हैं, तो यह गाइड आपके लिए पूरी तरह मददगार साबित होगी।
लर्निंग लाइसेंस क्या होता है और क्यों जरूरी है?
भारत में ड्राइविंग लाइसेंस दो चरणों में बनता है। सबसे पहले लर्निंग लाइसेंस (LL) जारी किया जाता है और उसके बाद परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस (DL) मिलता है। लर्निंग लाइसेंस एक तरह का अस्थायी लाइसेंस होता है, जो आपको वाहन चलाने की ट्रेनिंग लेने की अनुमति देता है।
मतलब साफ है – बिना लर्निंग लाइसेंस के आप सीधे पक्का लाइसेंस नहीं बनवा सकते। यह कानूनन जरूरी है। लर्निंग लाइसेंस मिलने के बाद आपको कम से कम 30 दिन और ज्यादा से ज्यादा 6 महीने के अंदर परमानेंट लाइसेंस के लिए अप्लाई करना होता है।
कितनी उम्र में बनवा सकते हैं लर्निंग लाइसेंस?
- 16 साल की उम्र में आप लर्निंग लाइसेंस बनवा सकते हैं, लेकिन इसमें सिर्फ 50cc से कम इंजन क्षमता वाले वाहन चलाने की अनुमति होती है।
- 18 साल या उससे अधिक उम्र होने पर आप बाइक, स्कूटर और कार के लिए लर्निंग लाइसेंस बनवा सकते हैं।
यानि अगर आपकी उम्र 18 साल पूरी हो चुकी है, तो आप घर बैठे ही लर्निंग लाइसेंस के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
लर्निंग लाइसेंस बनवाने का सबसे बड़ा फायदा
लर्निंग लाइसेंस का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप कानूनी रूप से ड्राइविंग सीख सकते हैं। इसके अलावा:
- ट्रैफिक पुलिस चालान नहीं काटती
- आप ड्राइविंग टेस्ट की तैयारी कर सकते हैं
- परमानेंट लाइसेंस बनवाने का रास्ता साफ होता है
- यह एक वैध पहचान पत्र की तरह भी काम करता है
ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस अप्लाई करने का स्टेप बाय स्टेप तरीका
सरकार ने Parivahan और Sarathi पोर्टल के जरिए लर्निंग लाइसेंस की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी है। अब आपको RTO ऑफिस जाकर फॉर्म भरने या लाइन में खड़े होने की जरूरत नहीं है। आप मोबाइल या लैपटॉप से घर बैठे आवेदन कर सकते हैं। नीचे दिए गए स्टेप्स को ध्यान से फॉलो करें:
स्टेप 1: सबसे पहले अपने मोबाइल या कंप्यूटर में ब्राउज़र खोलें और parivahan.gov.in वेबसाइट पर जाएं।
स्टेप 2: यहां आपको “Online Services” या “Driving Licence Related Services” का ऑप्शन दिखेगा। उस पर क्लिक करें।

स्टेप 3: अब आपको Sarathi पोर्टल पर भेज दिया जाएगा। यहां अपने राज्य (State) का चुनाव करें।
स्टेप 4: “Apply for Learner Licence” के ऑप्शन पर क्लिक करें।

स्टेप 5: अब “Applicant with Aadhaar” विकल्प चुनें। यहां अपना आधार नंबर या Virtual ID डालें और मोबाइल पर आए OTP को दर्ज करें।
स्टेप 6: अब आपके सामने आवेदन फॉर्म खुलेगा। इसमें आपको अपनी जानकारी भरनी होगी जैसे:
- नाम
- पिता का नाम
- जन्मतिथि
- पता
स्टेप 7: इसके बाद जरूरी डॉक्यूमेंट अपलोड करें:
- पहचान पत्र
- एड्रेस प्रूफ
- आयु प्रमाण
स्टेप 8: अब ऑनलाइन फीस का भुगतान करें और आवेदन नंबर को संभालकर रखें।
ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस टेस्ट कैसे दें?
फॉर्म भरने और फीस जमा करने के बाद आपको ऑनलाइन टेस्ट देना होता है। यह टेस्ट ट्रैफिक नियमों पर आधारित होता है।
टेस्ट देने के स्टेप्स:
- Sarathi पोर्टल पर जाएं
- “Online LL Test (STALL)” पर क्लिक करें

- अपना एप्लिकेशन नंबर और कैप्चा डालें

- टेस्ट शुरू करें।
अगर आप टेस्ट पास कर लेते हैं, तो आपका लर्निंग लाइसेंस जारी कर दिया जाता है।
कितने दिन में घर पर आएगा लर्निंग लाइसेंस?
टेस्ट पास करने के बाद कई राज्यों में लर्निंग लाइसेंस ऑनलाइन ही डाउनलोड करने की सुविधा मिल जाती है। वहीं कुछ राज्यों में इसका प्रिंटेड कार्ड आपके घर के पते पर भेज दिया जाता है। आमतौर पर 7 से 15 दिनों के अंदर यह आपको मिल जाता है।
परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस कैसे मिलेगा?
लर्निंग लाइसेंस मिलने के कम से कम 30 दिन बाद आप परमानेंट लाइसेंस के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने नजदीकी RTO ऑफिस जाना होगा और वहां ड्राइविंग टेस्ट देना होगा।
अगर आप टेस्ट पास कर लेते हैं, तो आपका पक्का ड्राइविंग लाइसेंस आपके पते पर भेज दिया जाएगा। यह लाइसेंस आमतौर पर 20 साल तक वैध होता है।
कुछ जरूरी बातें जो ध्यान रखें
- बिना लाइसेंस वाहन चलाना कानूनी अपराध है
- लर्निंग लाइसेंस के दौरान “L” साइन लगाना जरूरी है
- ट्रैफिक नियमों का पालन करना अनिवार्य है
- आवेदन नंबर और रसीद संभालकर रखें
आज के डिजिटल दौर में लर्निंग लाइसेंस बनवाना पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गया है। अब न RTO के चक्कर, न दलालों की जरूरत। बस सही जानकारी और सही तरीका अपनाकर आप घर बैठे लर्निंग लाइसेंस बनवा सकते हैं।
अगर आप या आपके घर में कोई 18 साल का हो चुका है और ड्राइविंग सीखना चाहता है, तो आज ही ऑनलाइन अप्लाई करें और अपने ड्राइविंग सफर की शुरुआत कानूनी और सुरक्षित तरीके से करें।












